Hum Honge Kamyab Lyrics in Hindi | हम होंगे कामयाब कविता हम होंगे कामयाब, हम होंगे कामयाबहम होंगे कामयाब एक दिनहो हो मन में है […]
Motivational Poem
A wellspring of inspiration, offering a diverse collection of poems crafted to uplift and empower you. Dive into verses that celebrate resilience, ignite your passion, and remind you of your inner strength. Explore poems on various themes, from overcoming challenges to pursuing your dreams. Whether you’re facing a personal hurdle or simply seeking a daily dose of encouragement, these poems offer a powerful reminder that you are capable of achieving anything you set your mind to. So, take a breath, explore our collection, and discover the Motivational Poem that speaks directly to your soul. Let the words ignite your spirit and guide you on your journey towards success and fulfillment.
Insaaf Ki Dagar Pe Lyrics | इन्साफ़ की डगर पे Nursery Rhymes
Insaaf Ki Dagar Pe Poem in Hindi | इन्साफ़ की डगर पे कविता इन्साफ़ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चल केये देश है तुम्हारा, नेता […]
“स्वाभिमान” ! जो अब ठानी है
कशमकश के दौर में कई बार उठे फिर गिरेयूं सोच हर बार कि आगे बढ़ना तो होगा ही मेरे जुनून की हद यहां ना रुकेगी […]
क्यों????? आंख खुली तब आज़ाद थी
आंख खुली तब आज़ाद थी,, आज़ादी में ज़ंजीरें क्यों,,मेरे भी कुछ सपने थे,, बेदर्दी से दफनाए क्यों,,लिखना पढ़ना हक मेरा,, मेरे अपने पूछे क्यों,,देख उजाला […]
I Will Never Again
I will never again waste my time And follow a foolish train I will always think positive And never think negative I will never again pray for the […]
हाय भी करेंगे – Hi Bhi Karenge
हाय भी करेंगे, हेलो भी करेंगे,बस कामयाब हो जाओ,इगनोर करने वाले,तुम्हे फॉलो भी करेंगे Read Also:
तकलीफें दी है मैंने – Takleefein Di Hai Maine
तकलीफें दी है मैंने,
एहसास भी है
पर विश्वास भी तो,
आपसे ही है
राजनेता अनगिनत हैं – Atal Vihari Vajpayee
निडर प्रेरणादायक एक कवि,
अद्बुद्ध है विश्व में जिसकी मृदुल छवि
व्यक्ताओं में वो व्यक्ति है बड़े
पकड़कर राह हम जिस पर चल पड़े
दुःख में हर शाम – Dukh Mai Har Shaam
मायूश चेहरे,
वो आँख दर्द से भरे ।
पकड़कर हाथ,
नींद से जगा दो उन्हें ॥
कह दुं मैं शुक्रिया – Kah Du Mai Shukriya
मन में हुई खुशी,
एक एहसास जग पड़ा
साथियों से अपने,
कह दुं मैं शुक्रिया
ख़फ़ा-ख़फ़ा से मुझसे – Khafa Khafa Se Mujhse
फ़िर नई ख़ुशियाँ, नए लोग मिलने लगे।
वक़्त के साथ नए सपने बुनने लगे||
फ़िर कुछ अपनापन-सा लगने लगा।
जिंदगी जीने की कोशिश मैं करने लगा||
वक़्त कह रहा – Woqt Kah Raha
धूमिल हुआ हुनर, सब्र गया बिखर
कर दिया बेखबर, ये जान ले मगर
वक्त कह रहा, बदल तु जरा
होश थाम ले, हिम्मत तो जुटा