क्यों????? आंख खुली तब आज़ाद थी

आंख खुली तब आज़ाद थी,, आज़ादी में ज़ंजीरें क्यों,,मेरे भी कुछ सपने थे,, बेदर्दी से दफनाए क्यों,,लिखना पढ़ना हक मेरा,, मेरे अपने पूछे क्यों,,देख उजाला […]