अजब सा ये एहसास – Ajab Sa Ye Ehsaas

Ajab Sa Ye Ehsaas

अजब सा ये एहसास है |
कुछ तेरे कुछ मेरे पास है ||

बेवजह खुशियां कहतीं हैं |
कहीं कुछ तो बात है ||
नजरें लड़ते यूँ न |
उठते जज़्बात हैं ||

खामोशियाँ बोलतीं हैं |
दिल की जो प्यास है ||
न जाने तू न जानु मैं |
हमें क्या आस है ||

Ajab Sa Ye Ehsaas
Ajab Sa Ye Ehsaas

लोग कहते है क्या |
इन बातों से बेफिकर ||
पढ़ती ये आँखें |
अब एक दूजे की खबर ||

मायूसी का न होता |
एक पल भी जिकर ||
खो जाते सपनों मैं |
बनके हमसफ़र ||

अनजाना सा ये |
ज़िन्दगी का सफर ||
कोई पराया |
कोई अपना सा मगर ||

रास्तों पे मिलते हैं |
कुछ लोग अक्सर ||
पलभर में हो जाते जो |
अपनों से बढ़कर ||

अजब सा ये एहसास है |
कुछ तेरे कुछ मेरे पास है ||

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *